KISHANGANJ : डेढ़ माह पहले जमुई में ट्रैक्टर से कुचल कर दारोगा की हत्या करने के बाद राज्य सरकार ने यह भरोसा दिया था कि बालू माफियाओं के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। लेकिन सरकार की यह घोषणा खोखली साबित हुई। जिसका परिणाम किशनगंज जिले में देखने को मिला है, जहां कार्रवाई करने पहुंची पुलिस टीम पर बालू तस्करों ने हमला कर दिया और लाठी डंडे से पीटकर उन्हें गंभीर रूप से घायल कर दिया। इस हमले में सब-इंस्पेक्टर (दारोगा) विनोद कुमार, दो सिपाही, होमगार्ड की जवान और खनन विभाग का चालक सहित पांच लोग घायल हो गए। सभी घायलों को प्राथमिक उपचार के लिए सदर अस्पताल लाया गया, जहां से बेहतर इलाज के लिए एमजीएम मेडिकल कालेज रेफर कर दिया गया।
बताया गया कि बालू के अवैध भंडारण की सूचना पर खान निरीक्षक उमाशंकर सिंह और सौरभ गुप्ता पुलिस टीम के साथ उक्त स्थल पर पहुंचे। वहां टीम ने देखा कि कुछ लोग अवैध रूप से बालू भंडारण कर रहे हैं। टीम ने भंडारण करने से रोका तो उनलोगों ने हमला बोल दिया। पुलिस व खनन विभाग की टीम किसी तरह से जान बचाकर वहां से निकली।घायल पुलिस कर्मियों में सब-इंस्पेक्टर विनोद कुमार के अलावा सिपाही रितेश कुमार व पवन कुमार, होमगार्ड जवान और खनन विभाग का चालक बादल शामिल हैं।
मामले में खान निरीक्षक सौरव गुप्ता के बयान पर सदर थाने में छह नामजद व 10-12 अज्ञात के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराने के लिए आवेदन दिया है। खनन विभाग के द्वारा उक्त स्थल से एक लाख 31 हजार 184 रुपये की क्षति का आकलन किया गया है।
किशनगंज में बालू माफिया ने एक सप्ताह पहले पांच दिसंबर को पोठिया थाना क्षेत्र के चमरानी बालूघाट पर भी अवैध खनन को रोकने पहुंची खनन विभाग की टीम और पुलिस बलों पर हमला किया था। इस दौरान भी पुलिस के जवान और खननकर्मी घायल हुए थे। मामले में खनन निरीक्षक ने 21 लोगों पर पोठिया थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई थी। पुलिस ने अब तक एक आरोपित को गिरफ्तार कर जेल भेजा है।